chitrakoot maharshi valmiki asharam will have stop center people will get facilities know details – News18 हिंदी

धीरेंद्र शुक्ला/ चित्रकूटः चित्रकूट, उत्तर प्रदेश, भारत में रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में परिवहन विभाग द्वारा एक स्टाफ सेंटर की स्थापना की जा रही है. यह स्टाफ सेंटर महर्षि वाल्मीकि आश्रम के विकास में सहायक बनेगा और भक्तों के लिए आश्रम में आरामदायक सुविधाएं प्रदान करेगा. इस सेंटर के द्वारा यात्रीगण को आश्रम पहुंचने में सुविधा मिलेगी, जिससे आश्रम का विकास होगा.

इस स्टाफ सेंटर के स्थापना से पहले, यह क्षेत्र खतरनाक मानसिकता के कारण लोगों के लिए अभीतक आकर्षक नहीं था. इस स्थान पर कई घटनाएँ घट चुकी थीं, जिसके कारण लोगों में डर की भावना थी. लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने महर्षि वाल्मीकि आश्रम का दौरा किया है, उसके बाद से इस आश्रम में पहचान और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है. चित्रकूट का यह महर्षि वाल्मीकि आश्रम प्रवेश द्वार के रूप में भी जाना जाता है.


महर्षि वाल्मीकि आश्रम
चित्रकूट के जिला प्रशासक अभिषेक आनंद ने बताया कि पर्यटकों के दृष्टि से महर्षि वाल्मीकि आश्रम अब जिले का महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन चुका है. इस उद्देश्य से परिवहन विभाग ने बस सेवा सुविधा को बढ़ावा देने के लिए स्टाफ सेंटर की स्थापना की है. यह सेंटर यात्रीगण को आश्रम की दिशा में सहायता प्रदान करेगा और उन्हें आसानी से आश्रम तक पहुंचने में मदद करेगा.

डरावना था ये स्थान
यह स्थान पहले बहुत डरावना माना जाता था लोग को शाम 6 बजे के बाद यहां पहुंचने से बचते थे. इसके पीछे इस क्षेत्र में होने वाली घटनाओं का असर था, जोने लोगों की मानसिकता को प्रभावित कर रही थी. लेकिन अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने इस आश्रम का दौरा करके इसके विकास की दिशा में प्रयास किया है. इससे इस क्षेत्र में पहचान बढ़ी है और विकास का काम भी तेजी से हो रहा है. इस आश्रम के प्रवेश द्वार के रूप में भी यहाँ का महत्व है.

सुरक्षित और आकर्षक है ये क्षेत्र
चित्रकूट के बगरेही निवासी अरविंद त्रिवेदी ने बताया कि चार साल पहले लोगों में इस क्षेत्र में रात्रि 6 बजे के बाद आने की डरावनी भावना थी. लेकिन आजकल के समय में महर्षि वाल्मीकि आश्रम के विकास के कारण यह क्षेत्र अधिक सुरक्षित और आकर्षक हो गया है. इसके साथ ही महर्षि वाल्मीकि आश्रम ने इस इलाके की पहचान को बढ़ावा दिया है. जब प्रभु राम वनवास के समय चित्रकूट आए थे, तो उन्होंने सबसे पहले महर्षि वाल्मीकि आश्रम में रुक कर फिर आगे जाने का निर्णय लिया था. इसके कारण इस आश्रम का प्रवेश द्वार कहलाता है. अब यात्रीगण को इस स्थान पर सुविधाएँ मिलेंगी जो उनकी यात्रा को और भी आसान बना देगी.

Tags: Chitrakoot News, Local18, Uttar pradesh news

https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2023/08/3417687_HYP_0_FEATUREUntitled-design_20230831_081715_0000-169347188016×9.png