गुलशन कश्यप/जमुई. जिला में कई ऐसे महादेव मंदिर हैं जिसके उद्भव के पीछे काफी रोचक कहानियां हैं. उन्हीं मंदिरों में से एक है जमुई जिला के सिंगारपुर में बना भगवान भोलेनाथ झिकुटिया महादेव मंदिर. इसका निर्माण आज से करीब 300 साल पहले हुआ था. आज भी इस मंदिर में गैर ब्राह्मण ही मंदिर के मुख्य पुजारी हैं और यहां पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं. जमुई का यह मंदिर अपने आप में काफी अनोखा और काफी प्रचलित भी है. दरअसल, यह मंदिर जमुई जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर है.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज से करीब 300 साल पहले इस मंदिर का निर्माण हुआ था. तब भगवान भोलेनाथ ने यहां के एक स्थानीय व्यक्ति को सपना दिया, जिसमें उन्हें आकाश की तरफ एक प्रकाश पुंज ऊपर जाता दिखा. उस वक्त यह पूरा इलाका जंगल हुआ करता था और घने जंगल के बीच उन्हें भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग दिखा. इसके बाद जब स्थानीय लोग वहां पहुंचे तब उन्हें वहां भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग बना हुआ दिखा.
स्थानीय लोगों के द्वारा शिवलिंग तलाश लिए जाने के बाद वहां एक छोटा मोटा मंदिर तैयार किया गया. इसके बाद जिस व्यक्ति को यह स्वप्न आया था उसी के द्वारा ही मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू की गई. एक तरफ जहां हर तरफ मंदिर में ब्राह्मणों के द्वारा ही पूजा- अर्चना करने को लेकर अब तक कई विवाद सामने आ चुके हैं. उन सब से दूर यह मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र हैं ही. बाद में यहां शिव भक्तों की भीड़ इकट्ठा होने लगी, उनमें से किसी एक ने यहां मंदिर का निर्माण कराया और आज भी यहां लोग बड़ी संख्या में पूजा- अर्चना करने आते हैं. सावन महीने में सोमवार को यहां लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा होती है.
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FIRST PUBLISHED : August 14, 2023, 09:27 IST
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