गया के जामा मस्जिद से निकलेंगे अफसर, गरीब छात्रों के लिए बनी वरदान, पढ़ें डिटेल्स

कुंदन कुमार/ गया. बिहार के गया में स्थित जामा मस्जिद से सरकारी अफसर निकलेंगे. ऐसे हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि गया शहर के शहीद रोड में स्थित जामा मस्जिद में अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिए बीपीएससी परीक्षा के लिए निशुल्क कोचिंग चलाई जा रही है. इस कोचिंग सेंटर की स्थापना पिछले वर्ष की गयी है जो बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड से मान्यता प्राप्त है. कोचिंग सेंटर मे फिलहाल 44 अभ्यर्थियों का नामांकन है जो बीपीएससी 69 वीं बैच परीक्षा की तैयारी करा रही है.

बिहार की मस्जिद कमेटी ने प्रशासनिक नौकरी की तैयारी कर रहे बच्चों के लिए योजना शुरू की है, जो अब मिसाल बन रही है. अब तक मस्जिदों को सिर्फ नमाज अदा करने की जगह मानी जाती है. यह कोचिंग पूरे बिहार के अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रोंके लिए वरदान साबित होगा, जो पैसे के अभाव में कोचिंग के लिए पटना-दिल्ली नहीं जा सकते हैं. पटना के हज भवन में इस तरह की कोचिंग पहले से संचालित है लेकिन गया का जामा मस्जिद बिहार का पहला मस्जिद है जहां इस तरह की पहल की गई है.

सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर के लिए वरदान

बता दें कि जामा मस्जिद समिति ने उन सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान करने का निर्णय लिया है जो बीपीएससी परीक्षा देकर सिविल सेवा में शामिल होना चाहते हैं.इनका उद्देश्य उन मुस्लिम अल्पसंख्यक छात्रों को शिक्षा देना और मार्गदर्शन करना है. जहां परिवार चाहते हैं कि उनके बच्चे सरकारी सेवाओं में शामिल हो. इसलिए जामा मस्जिद समिति ने जून 2022 से शहीद रोड गया में बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड पटना द्वारा समर्थित बीपीएससी कोचिंग सेंटर शुरू किया और मुस्लिम अल्पसंख्यक छात्रों को मुफ्त में बीपीएससी कोचिंग और शैक्षणिक कोचिंग, पुस्तकालय सुविधा आदि प्रदान करने में मदद कर रही है.

फर्स्ट क्लास लाइब्रेरी की व्यवस्था

पिछले वर्ष 67वीं एवं 68वीं बीपीएससी परीक्षा में इस कोचिंग के कई छात्र-छात्राएं शामिल हुई थी, लेकिन कुछ अंक से चूक गए थे. हालांकि इस वर्ष 69वीं बीपीएससी परीक्षा को लेकर तैयारी जोर शोर से चल रही है. तीन शिक्षक अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के भविष्य संवारने में जुटे हुए हैं. यहां पर बच्चों के लिए फर्स्ट क्लास लाइब्रेरी की व्यवस्था है. जहां सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक बच्चे बैठ कर पढ़ाई कर सकते हैं. अभी यहां पर 44 छात्र-छात्राओं का नामांकन है, जो बिहार के अन्य जिलों से आकर यहां पर तैयारी कर रहे हैं. यहां नालंदा, जहानाबाद, औरंगाबाद, सासाराम, सहरसा, पूर्णिया, नवादा जिले के छात्र रहकर बीपीएससी की तैयारी में जुटे हुए हैं.

क्या कहते हैं छात्र और शिक्षक

लोकल 18 से बात करते हुए छात्रा जेबा तबस्सुम और नगमा जिन्नत बताती है कि जामा मस्जिद में निशुल्क बीपीएससी की तैयारी कराई जा रही है. हमलोग दूसरे जिले से आकर यहां पर पढ़ाई कर रहे हैं. तैयारी बहुत बढ़िया चल रही है.उम्मीद है इस बार अच्छे अंक से क्वालीफाई करूं. यहां मौजूद 3 शिक्षकों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है.

वहीं बीपीएससी कोचिंग सेंटर के कोऑर्डिनेटर हसरत एजाजी बताते हैं कि पिछले साल जून महीने में जामा मस्जिद में बीपीएससी कोचिंग सेंटर की शुरुआत हुई थी. यहां पर निशुल्क अल्पसंख्यक बच्चों को कोचिंग दी जाती है.

3 शिक्षक ले रहे बच्चों की क्लास

प्रशासनिक सेवाओं में अल्पसंख्यक अधिकारियों की संख्या न के बराबर है. सरकारी सेवाओं में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की भागीदारी बढे इसके लिए कमेटी ने यह फैसला लिया है और जामा मस्जिद में बीपीएससी की निशुल्क तैयारी कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि मस्जिद के पैसे से तथा समुदाय के लोगों के द्वारा दिए गए दान से यह कोचिंग चलाई जा रही है. फिलहाल यहां पर 3 शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं.

Tags: Gaya news, Local18, Upsc exam

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