गन्ने की फसल ने यूपी के किसानों की बढ़ाई चिंता, इस वजह से 25 फीसदी कम हो सकता है उत्पादन

पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के किसान वर्तमान में गन्ने की फसल के रेड रॉट (लाल सड़न) रोग की चपेट में हैं. इस स्थिति में उनकी करीब 16 लाख क्विंटल गन्ने की खड़ी फसल बर्बाद होने की आशंका है. इससे किसान गहरे सदमे में हैं और उनके चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही हैं. गन्ने की फसल में हो रहे रोग के कारण किसानों की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं.

कृषि वैज्ञानिकों और शुगर मिल के अधिकारियों ने किसानों को सलाह दी है कि वे दूसरी प्रजाति के गन्ने की बुवाई करने का विचार करें, जैसे कि 0238 प्रजाति के गन्ने की बुवाई करनी चाहिए.मुरादाबाद मंडल को प्रदेश में गन्ना बेल्ट के नाम से जाना जाता है. हालांकि, इस समय गन्ने की फसल रेड रॉट रोग की चपेट में है, जिससे लगभग 16 लाख क्विंटल गन्ने की फसल प्रभावित हो चुकी है.

25 प्रतिशत की कमी
शुगर मिल के अधिकारियों का मानना है कि इस बार गन्ने की उपलब्धता में 25 प्रतिशत की कमी हो सकती है. शुगर मिल के गन्ना महाप्रबंधक ने बताया कि इस समय .0238 प्रजाति के गन्नों में रेड रॉट (लाल सड़न कैंसर रोग) की समस्या हो रही है
, जबकि .0118, 01325, 14201, 15023, 13231 प्रजातियों के गन्नों की बुवाई की जा सकती है.

अब क्या होगा?
शुगर मिल के अधिकारियों का मानना है कि गन्ने की फसल के चरणों को ध्यान में रखकर दूसरी प्रजाति के गन्नों की बुवाई करने से यह समस्या सुलझ सकती है. 
इस तरह से, मुरादाबाद के किसानों के लिए गन्ने की फसल में फैल रहे रेड रॉट रोग एक चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर रहे हैं, और शुगर मिल और कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को उपायों की सलाह दी है ताकि उनकी खड़ी फसल को बचाया जा सके.

Tags: Local18, Sugarcane Farmer

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