एर्दोगन के बदले सुर! तुर्किए ने भारत को बताया सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर, सुरक्षा परिषद के स्थाई सीट का किया समर्थन

नई दिल्ली. जी20 की बैठक के बाद तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने भारत को दक्षिण एशिया में उनके देश का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बताया है. इस दौरान एर्दोगन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की स्थायी सीट के लिए भारत का समर्थन करते हुए कहा, ‘भारत जैसे देश के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में होने पर हमें गर्व होगा, लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, दुनिया इससे भी बड़ी है… पांच से भी बड़ी.’

उन्होंने कहा, ‘जब हम कहते हैं कि दुनिया पांच से बड़ी है तो हमारा मतलब यह है कि यह केवल अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और रूस के बारे में नहीं है. हम जो कहते हैं वह वे सभी हैं, हमारे पास केवल स्थायी सदस्य होने चाहिए. और इसे एक रोटेशनल सिस्टम पर काम करना चाहिए, क्योंकि अभी, आपके पास ये सभी सदस्य, 195 देश हैं, जो सभी संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं. इसलिए हमारे पास एक चक्रीय तंत्र होना चाहिए जहां संभावित रूप से प्रत्येक सदस्य, उन 195 देशों में से हर एक संभावित रूप से सदस्य बन सके.’ उन्होंने कहा कि हमारा यही प्रस्ताव है.

भारत को बताया सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार
तुर्किए के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत दक्षिण एशिया में तुर्किए का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं. जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की समाप्ति के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एर्दोआन ने कहा कि शिखर सम्मेलन के इतर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बातचीत की.

अफ्रीकी संघ के जी20 सदस्य बनने की सराहना
उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण एशिया में भारत हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. हम इस वर्ष की शुरुआत में तुर्किये में हुए चुनाव के बाद, मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग की क्षमताओं का उपयोग करने में सक्षम होंगे.’’ उन्होंने अफ्रीकी संघ के जी20 का सदस्य बनने की भी सराहना की और कहा कि इससे इस समूह को मजबूती मिलेगी.

शानदार स्वागत के लिए पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
उन्होंने कहा, ‘मुझे, मेरी पत्नी और मेरे पूरे तुर्किए प्रतिनिधिमंडल को दिखाए गए शानदार आतिथ्य के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘इस साल हमारा विषय ‘एक विश्व, एक परिवार और एक भविष्य’ था. और शिखर सम्मेलन के पहले सत्र के भीतर, हमने उन पर्यावरणीय चुनौतियों के बारे में बात की जो हमारे ग्रह वर्तमान में सामना करते हैं. जलवायु परिवर्तन, जैविक विविधता का नुकसान और विशेष रूप से व्यापक प्रदूषण का आयाम चुनौतियों की एक तिकड़ी है जिसे हम अब और भी गहराई से महसूस कर सकते हैं.

Tags: Narendra modi, Turkey, UNSC Indian Presidency, World news

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