प्रवीणमिश्रा/खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर से विशाल नर्मदेश्वर शिवलिंग अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर परिसर में स्थापित किया जाएगा. यह दिव्य शिवलिंग लगभग सवा 4 फीट ऊंचा रहेगा. इस बारे में जानकारी देते हुए नजर निहार आश्रम के महामंडलेश्वर श्री नर्मदानंद जी ने बताया कि असंख्य सनातनियों के केंद्र बिन्दु अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों- शोरों से चल रहा है.
इसके लिए देश के कोने-कोने से रामभक्त अपनी यथाशक्ति से योगदान भी दे रहे हैं. इसी क्रम में तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर के नरसिंह कुंड से प्रकट हुए दिव्य शिवलिंग की स्थापना हेतु 18 अगस्त को अयोध्या के लिए नजर निहाल आश्रम से यात्रा के रूप में निकाला जाएगा. जहां इस दिव्य शिवलिंग का विधि विधान से पूजन पाठ कर विशेष रथ के माध्यम से 23 अगस्त तक अयोध्या पहुंच जाएगा.
मां नर्मदा का विशेष महत्त्व
जहां इस शिवलिंग को अयोध्या में निर्माणाधीन श्री राम मंदिर परिसर में भव्य मंदिर बनाकर विधी-विधान से प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापित किया जाएगा. हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पवित्र नदियों में मां नर्मदा का विशेष महत्त्व है. इस नदी में बहने वाला तथा इसके आवरण में रहने वाला प्रत्येक कंकर शंकर हो जाता है.
नर्मदा का हर कंकर हो जाता है शंकर
यानी मां नर्मदा के भाव में बहकर एक साधारण पत्थर शिवलिंग का रूप ले लेता है. यह माना जाता है कि नर्मदा से निकले शिवलिंग रूपी पत्थर को प्राण प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती है और इन्हें नर्मदेश्वर महादेव कहा जाता है. शिव पुराण के अनुसार नर्मदा का हर कंकर शंकर हो जाता है. मां नर्मदा का वेग पानी के भीतर अत्यधिक तेज होता है. अखिल ब्रह्मांड में नर्मदा एकमात्र ऐसी नदी है, जिसके जल में गुण विद्यमान है.
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FIRST PUBLISHED : August 14, 2023, 12:41 IST
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